Danddweep mein: Kafka ki Kahaniya Franj Kafka
Step into an infinite world of stories
जब बाबूराव बागुल की आत्मकथा सबसे पहले उनकी मातृभाषा मराठी में प्रकाशित हुई थी तो उसने मराठी साहित्य और समाज को झकझोर दिया था. भारतीय समाज में जाति पर आधारित दमन और अपमान की साहसभरी कथा कहने कहने वाले यह पुस्तक अब एक क्लासिक मानी जाती है और दलित साहित्य में मील का पत्थर. उत्कृष्ट हिंदी अनुवाद में. ©Samvad Prakashan
© 2018 Storyside IN (Audiobook): 9789353642334
Translators: Sanjya Bhise
Release date
Audiobook: 29 March 2018
English
India